फतेहपुर में हाल ही में हुई घटनाओं ने समाज के हर संवेदनशील नागरिक को गहरी चिंता में डाल दिया है। एक ओर, सार्वजनिक शांति और भाईचारे को ठेस पहुँचाने वाले कृत्य सामने आए हैं, तो दूसरी ओर ऐतिहासिक मकबरे और धरोहर को नुकसान पहुँचाया गया है। यह केवल पत्थर या ईंट का मामला नहीं, बल्कि हमारी साझा संस्कृति, हमारे अतीत और विरासत पर सीधा प्रहार है।
बार-बार मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों को निशाना बनाए जाने से यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर हमारी धरोहरें कब तक असुरक्षित रहेंगी। मकबरे, मस्जिदें, मंदिर, गुरुद्वारे और अन्य धार्मिक स्थल — ये सभी हमारे देश की पहचान और गौरव का हिस्सा हैं। इन्हें तोड़ना, नुकसान पहुँचाना या इनके इतिहास को छुपाकर किसी और रूप में पेश करना, यह केवल एक समुदाय का नहीं बल्कि पूरे भारत के इतिहास का नुकसान है।
मैं सरकार और प्रशासन से स्पष्ट कहना चाहता हूँ कि इस घटना में शामिल हर एक व्यक्ति — चाहे उसका पद, पहचान या प्रभाव कुछ भी हो — पर बिना किसी ढिलाई के सबसे सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। किसी को भी कानून से ऊपर नहीं माना जाना चाहिए। दोषियों को ऐसी सजा मिले जो आने वाले समय में उदाहरण बन सके और कोई भी व्यक्ति हमारी धरोहर, हमारी शांति और भाईचारे के साथ खिलवाड़ करने की हिम्मत न कर पाए।
हमारा संगठन इस मामले में हर संभव कोशिश करेगा — चाहे वह पीड़ित परिवारों की मदद हो, प्रशासन तक उनकी आवाज़ पहुँचाना हो, या कानूनी लड़ाई में सहयोग करना हो। हम किसी भी निर्दोष को अन्याय का शिकार नहीं होने देंगे और दोषियों को सजा दिलाने के लिए अंत तक प्रयास करते रहेंगे।
हमारे देश को नफरत से नहीं, भाईचारे और एकता से आगे बढ़ना है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई — हम सब एक ही देश के नागरिक हैं, और हमें अपने इतिहास और संस्कृति की रक्षा मिलकर करनी होगी। दुनिया के देश विज्ञान, शिक्षा और विकास में आगे बढ़ रहे हैं, जबकि हम आपसी टकराव में अपनी ऊर्जा और समय बर्बाद कर रहे हैं। अगर हम आज नहीं संभले, तो आने वाली पीढ़ियाँ हमें माफ़ नहीं करेंगी।
मैं सभी से अपील करता हूँ कि कानून का पालन करें, शांति बनाए रखें, और किसी भी तरह के उकसावे से बचें। हमारा मकसद केवल इतना है कि भारत एकजुट होकर तरक्की करे और अपनी विरासत को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखे।
ज़ैबुल अहमद खान
प्रदेश मीडिया प्रभारी, उत्तर प्रदेश
प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी योजना जागरूकता मिशन ( पूर्व मंडल प्रभारी लखनऊ प्राइम वाइस हिंदी दैनिक पेपर)