*प्रयागराज* जब न्याय और जनकल्याण का संगम होता है, तब परिवर्तन की लहरें उठती हैं। प्रधानमंत्री जन कल्याण कार्य योजना मिशन के अंतर्गत अवध प्राण मीडिया प्रभारी श्री ज़ैबुल अहमद खान जी की हाईकोर्ट लीगल कमेटी की जानी-मानी अधिवक्ता सहेर नक़वी से मुलाकात एक ऐसा ही क्षण था — जहां महिलाओं के हक़, सुरक्षा और सम्मान की गूंज सुनाई दी।
इस विशेष बातचीत में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों, समाज में व्याप्त भय और कानून की अनदेखी जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई। अधिवक्ता सहेर नक़वी ने न सिर्फ कानूनी समीकरणों को सरल भाषा में समझाया, बल्कि यह भी बताया कि कैसे आज की नारी को जानकारी और न्याय, दोनों की सख्त ज़रूरत है।
“जब एक महिला अपने अधिकारों को जान जाती है, तो वह नारी नहीं, शक्ति बन जाती है,” – सहेर नक़वी ने कहा।
उन्होंने बल देते हुए कहा कि दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, यौन शोषण और कार्यस्थल पर हो रहे अपराधों के विरुद्ध लड़ाई तभी सफल होगी, जब हर महिला को उसकी आवाज़, उसका कानून और उसका अधिकार समझाया जाएगा।
श्री ज़ैबुल अहमद खान ने इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए घोषणा की कि प्रधानमंत्री जन कल्याण कार्य योजना मिशन के तहत जल्द ही एक “महिला विधिक जागरूकता अभियान” शुरू किया जाएगा, जो गांव-गांव, गली-गली जाकर महिलाओं को जागरूक करेगा।
यह कोई साधारण बैठक नहीं थी, यह एक शंखनाद था — अन्याय के विरुद्ध, अत्याचार के विरुद्ध और एक नए युग की शुरुआत के लिए।